नमस्कार दोस्तों , आज उन सारी बातों को हम समझते है की किस तरह मोदी सर्कार आपको ना सिर्फ प्रताड़ित कर रही है बल्कि इससे आपको जबरदस्त नुकसान भी उठाना पड़ रहा है.लेकिन सबसे पहले हम पूर्ण रूप से यह स्पष्ट कर देना चाहते है की हम विश्व में ना तो किसी भी सर्कार के पक्ष में है और ना विपक्ष मे.हम पूरे साक्ष्यों के आधार पर बात करते है और उन साक्ष्यों के आधार पर ही ये बताते हैं की सरकारों के किये गये फैसलों से उस देश को या फ़िर उस देश की जनता को कितना फायदा या नुकसान उठाना पड़ रहा है .
अब ईन विचारों के साथ अब बात आगे बढ़ाते है .
तो पहली बात यह है की क्या आपको पता है की किसी भी बॉन्ड के निवेश से मिलने वाला ब्याज पर टैक्स (TDS ) नहीं लगा कर्ता था अगर आप छोटे ढाई लाख से कम आमदनी वाले आम आदमी हो लेकिन अब मोदी सर्कार ने अब ढाई लाख से कम कमाने वाले आदमी पर भी TDS लगा दिया है बॉन्ड के ब्याज पर , यानी की अब ढाई लाख से भी कम कमाने वाले इंसान को इंकम टैक्स के झंझटों मे पड़कर यह सिद्ध करना होगा की उसकी वार्षिक आय 2.5 लाख से भी कम है और उसपर टैक्स नहीं लगाया जाये , अब आप ही बताए दोस्तों की 20 हजार से कम महिने कमाने वाले ज्यादातर गरीब लोगों को, जिन्होंने अपने मेहनत की गाढ़ी कमाई , बॉन्ड मे लगा दिया तो क्या उसे चोरों की तरह यह भी सिद्ध करना होगा इंकम टैक्स के झंझटों से की उसकी आय कम है , टैक्स के मापदण्ड पर नहीं आती है , तो उनपर टैक्स ना लगाया जाए , और दोस्तों अगर उस गरीब आदमी ने इंकम टैक्स के झंझटों मे पड़कर यह नहीं बताया की उसकी आय टैक्स के दायरे में नहीं आती तो उसपर मोदी सर्कार द्वारा टैक्स लगा दीया जाएगा , अब आप ही सोचिए क्या यह न्याय है गरीब आम आदमी के साथ .
दूसरी बात यह है की मोदी सर्कार ने अनावश्यक ज़ोर लगाकर आधार को PAN के साथ लिंक करा तो दीया लेकिन क्या आपको पता है की विष्व के बाजार में करीब 83 करोड़ लोगों के आधार का डेटा , यानी करीब आधी से ज्यादा भारत की आबादी की जानकारी , यानी आपका मोबाइल नंबर , अड्रेस , गली , मोहल्ला , रोड , पिन कोड , आँखों की पुतलियों और अंगुलियों के निसान , यदी बैंक अकाउंट लिंक है आधर से तो उसकी जानकारी , ये सब आपकी निज़ी जानकारी बिक लीक होगई और बिक रहीं है अंतरराष्ट्रीय काले बाजार मे , कई दिनों पहले ही इस की पुष्टि की थी Financial टाइम्स जेसी इंटरनेशनल मीडिया ने जिस खबर को भारत की मीडिया मे दबा दिया गया .
अब आप ही बताईये जिस आधार कार्ड का डेटा जानकारी भारत की सर्कार गुप्त सम्भाल कर नहीं रख साकी और अब उसी आधार को आपके पैन कार्ड से लिंक सर्कार द्वारा जबर्दस्ती करवाया गया , तो क्या आधार के साथ आपका PAN कार्ड की जानकारी लीक नहीं होगी और तो और मोदी सर्कार ने पैन आधार लिंक कराया तब उसका सर्वर ही डाउन हो गया था जिसकी वजह से करोडों गरीब जनता से एक एक हजार रुपये भी वसूले गए यानी 12 करीब बारह डॉलर , क्या भारत की जनता को ही जिसकी वज़ह मोदी सर्कार सत्ता में आती है , य़ह सर्कार उसी आम जनता को चौर समझती है , और आधार जिसका डेटा पहले से ही लीक हो गया है उस को पैन से ना जोड़ने पर गुनाह समझती है.
उसपर आम जनता से ऊंचे टैक्स वसूलति है .
और आगे जान लीजिए की आज भी कोई भारत सर्कार द्वारा प्लेटफॉर्म सुविधा नहीं तैयार नहीं की गयी है जिसके द्वारा अगर किसी भी व्यक्ती के नाम पर भूल से एक से ज्यादा पैन नंबर इशू आवंटित किए गए हों तो उन्हें केसे आसान तरीके से कैंसिल कराया जा सके जिससे सही आधार कार्ड उसके सही पैन कार्ड से लिंक कराया जा सके , हमारी आजतक की जानकारी के अनुसार करोडों आम जनता जिनका स्थानांतरण ट्रांसफ़र एक जगह से दूसरी जगह नौकरी के वज़ह अलग अलग अड्रेस पर अलग अलग पैन कार्ड बन गए , आज भी जुझ रहे है की वो केसे गलत पैन कार्ड को डिलीट करवाए और केसे सही पैन कार्ड को अपने Aadhaar कार्ड से लिंक करे , और जबतक वो बेचारे लिंक नहीं कर लेते उन्हें मोदी सर्कार कर चोरों के रूप में देखेगी और ऊंचा टैक्स वसूलेगी .
कुछ सालों पहले ही नोट बंदी जो की गई उसकी जरूरत और क्या फायदा हुआ को मोदी सर्कार बता नहीं सकीं , हा लेकिन नोट बंदी के समय जो लाखो काम धंधे ठप्प हुए , अनेकों लोगों की लाइन में लगकर जान गयी , काला धन कहीं भी पकड़ मे नहीं आया , ये तो बिल्कुल प्रमाण है जिसे सर्कार भी चैलेंज नहीं कर सकती .
विष्व के बाजर मे जब कच्चा तेल और गैस शून्य 0 मूल्य का हो गया था , और कल और आज भी जब कच्चे तेल का भाव 35 से 45 रुपये है तब भी मोदी सर्कार डीज़ल पेट्रोल सौ रुपये पार और ढाई सो रुपये के गैस सिलेंडर को नौ सो 900 से ग्यारह सो 1100 रुपये मे जनता को बेच रहीं हैं .
सर्कार का काम क्या जनता को चोर समझना , गरीबों से टैक्स की उलझन पैदा कर टैक्स वसूलना , जनता से प्राइवेट कम्पनियों की तरह तेल और गैस पर महंगे दाम वसूलना , और जनता को परेशान करना होता है , यह उत्तर तो प्रधानमंत्री मोदी को ही मीडिया के सामने आकर जनता को बताना चाहिए .
अगर आप यह कहते है की सर्कार टैक्स वसूली करती है तो अच्छा काम भी तो करती है , तो आप जान लीजिए कि आपके रोड highway बिजली इत्यादि इत्यादि सब पर पिछले 10 दस सालों में ऊंचे से ऊंचा दर लगाकर सुविधाएं सर्कार द्वारा आपको दी गयी है , और ईन सबको बनाने के लिए मोदी सर्कार ने बे पनाह पेसा वर्ल्ड बैंक से कर्ज लिया है , तो आपका टैक्स का पेसा या आपसे वसूला पेसा जाता कहा है जब सर्कार द्वारा उन चीजों के नाम पर वर्ल्ड बैंक से कर्ज भी लिया जा रहा है , 10 किलो अनाज 100 करोड़ जनता मे बांटने के लिए तो इतनी लंबी चौड़ी वसूली का एक 1 प्रतिशत पेसा ही बहोत है , तो बाकी 99% निन्यानवे प्रतिशत पेसा मोदी सर्कार का जाता कहा है ?
सोचिए और पूछिये अपनी मोदी सर्कार से .
धन्यावाद
चमन सिंह
Media Volunteer , India
Voice Of The People International
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